शनिवार, 17 दिसंबर 2016

पीड़ा

कतौ सोहनगर बात सुनई छी,
कतौ सुनई छी गीते टा,
फकरा खिस्सा सब कहई छैथ,
हाथ लगई छैथ मीते टा.

गान बखारिक सब गबई छैथ,
हाथ में छैन बस बीत्ते टा,
अध् खिच्चा जौ करता बखरा,
फरी भेटतैन तीते टा.

मुरियारी देब सब बात में,
बुधियारी छैन एते टा,
भाई भैयारी के झगरा में,
बांधी रहल छैथ भीते टा.

बिसैर रहल छी हम अपना के,
खूइन रहल छी खत्ते टा,
डढ भ रहल कही इ खध्धा,
हुवे ने सागर जत्ते टा.

पंकज झा
१७/१२/२०१६


मंगलवार, 22 मार्च 2016

geet

सन-सन बसात बहई,
धक्-धक् करेजा में,
लगाई पिरितिया के बाण,
हाय राम,
मौन परल आई हमरा गाम.....हाय राम

चम्-चम् इजोरिया में,
चमकई बिजुरिया,
कछ-मछ करैया पराण,
हाय राम,
मौन परल आई हमरा गाम...हाय राम

तन-मन सिनेहिया लै,
काटय अहुरिया,
भय गेलौ हमहूँ अकान,
हाय राम,
मौन परल आई हमरा गाम...हाय राम

टूक-टूक ताकैत हेती,
बाट ओ बहुरिया,
नई छई विरह के निदान,
हाय राम,
मौन परल आई हमरा गाम... हाय राम

जग-मग जगाबइ छई,
प्रितक सिनेहिया,
फगुवा हो प्रीतम के नाम,
हाय राम,
मौन परल आई हमरा गाम...हाय राम

पंकज झा